भीमा-कोरेगांव की जांच केंद्र को नहीं सौंपेंगे: मुख्यमंत्री

Abhimanyu.Shitole @timesgroup.com -



मुंबई: मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को साफ कर दिया कि भीमाकोरेगांव की हिंसा और एल्गार परिषद दो अलग-अलग मामले हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी NIA एल्गार परिषद केस की जांच कर रही है, लेकिन भीमा-कोरेगांव केस की जांच केंद्र को नहीं सौंपी जाएगी। उद्धव ने कहा कि भीमा-कोरेगांव का मुद्दा दलितों से जुड़ा है और दलितों के साथ कोई अन्याय नहीं होगा। वहीं, राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि दोनों मामले भले ही अलग-अलग हैं, लेकिन इनमें भाजपा की पूर्ववर्ती देवेंद्र फडणवीस सरकार, पुणे पुलिस और गृह मंत्रालय के अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध है। पवार ने सवाल किया, 'केंद्र तक यह बात किसने पहुंचाई कि राज्य की महा विकास आघाडी सरकार एल्गार परिषद मामले की नए सिरे से जांच कराने वाली है और इसके लिए उप मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के बीच चर्चा हुई है। इसके तुतंत बाद केंद्र सरकार ने एल्गार केस की जांच NIA को सौंप दी। इसकी भी जांच होनी चाहिए।'


CAA-NRC-NPR पर सरकार में बढे मतभेद


 


भीमा-कोरेगांव और एल्गार परिषद की जांच को लेकर मतभेद टालने की कोशिशों के बीच कांग्रेस-राकांपा और शिवसेना में CAA, NRC और NPR को महाराष्ट्र में मंजूरी देने को लेकर मतभेद सामने आए हैं। मंगलवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, 'हम राज्य में राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) की प्रक्रिया को नहीं रोकेंगे। NPR जनगणना है। इससे कोई प्रभावित होगा, क्योंकि यह हर दस साल में होती है। अगर CAA लागू होता है, तो किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है, लेकिन NRC अभी अस्तित्व में नहीं है। उसे राज्य में लागू नहीं किया जाएगा, क्योंकि उससे हिंदू या मुस्लिम ही नहीं. आदिवासी भी प्रभावित होंगे। शरद पवार ने इसे उद्धव ठाकरे का निजी नजरिया कहा है। पवार ने कहा कि राकांपा ने CAA, NRC और NPR के खिलाफ वोट किया है। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात ने कहा, 'कांग्रेस CAA, NRC और NPR का विरोध करती है।


_ 'पुलिस का दुरुपयोग हुआ' ।


शरद पवार ने दावा किया कि फडणवीस सरकार ने एल्गार परिषद मामले में पुलिस मशीनरी का दुरुपयोग किया थाउन्होंने इसकी जांच के लिए SIT के गठन की मांग की। पवार ने कहा, 'एल्गार परिषद के कार्यकर्ताओं को आक्रामक कहा जा सकता है, लेकिन उन्हें राजद्रोही नहीं कह सकते। भीमा कोरेगांव हिसा हिंदुत्ववादी कार्यकर्ताओं मिलिंद एकबोटे और संभाजी भिडे द्वारा पैदा किए गए माहौल का नजीता थी।'


कांग्रेस ने भी भाजपा को घेरा


कांग्रेस के मंत्री विजय वडेट्टीवार ने कहा, 'जब महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार थी. तब इस केस की जांच NIA को क्यों नहीं सौंपी गई? सरकार जाते ही महाराष्ट्र पुलिस से भाजपा और फडणवीस का भरोसा क्यों खत्म हो गया?' कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष बालासाहेब थोरात ने कहा, 'एल्गार केस में केंद्र सरकार ने प्रगतिशील, दलित और आंबेडकरवादी आंदोलन को जबरन नक्सलवादी ठहराने की साजिश रची है'