जामिया की चार्जशीट में हिंसा का आरोप शरजील और PFI पर जामिया की चार्जशीट में हिंसा का आरोप शरजील और PFI पर

शरजील और PFI पर पलिस ने संस्थान के किसी छात्र का नाम नहीं लिया Agency 



नई दिल्ली: जामिया नगर और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी हिंसा मामले में क्राइम ब्रांच की स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम (SIT) ने साकेत कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। इसमें जेएनयू के छात्र शरजील इमाम को हिंसा भड़काने का जिम्मेदार ठहराया गया है। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की भूमिका की जांच की जा रही है। शरजील को पिछले महीने राजद्रोह के आरोप में पकड़ा गया था। अदालत ने उसे 3 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पिछले साल 15 दिसंबर को प्रदर्शन के दौरान ये हिंसा हुई थी। इस दौरान 4 बसों और पलिस की 2 गाड़ियों में आग लगा दी गई थी। छात्रों, पुलिसकर्मियों और दमकल कर्मियों सहित करीब 60 लोग घायल हुए थे। चार्जशीट में फिलहाल जामिया मिल्लिया इस्लामिया के किसी स्टूडेंट का नाम नहीं है। हालांकि तोड़फोड़ और आगजनी करते सीसीटीवी में कैद 17 लोगों का जिक्र किया गया है। ये सभी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। इनमें से 9 न्यू फ्रेंड कॉलोनी केस में और 8 जामिया नगर मामले में पकड़े गए थे। पुलिस का दावा है कि प्रदर्शन के बीच उपद्रवियों की तरफ से फायरिंग भी की गई थी। क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया कि जांच अभी जारी है। अन्य लोगों के नाम सामने आने पर सप्लिमेंट्री चार्जशीट दाखिल की जाएगी। पुलिस ने बतौर सबूत सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकॉर्ड्स और 100 से ज्यादा गवाहों के बयान पेश किए हैं। पेज 3 नई दिल्ली: जामिया नगर और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी हिंसा मामले में क्राइम ब्रांच की स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम (SIT) ने साकेत कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। इसमें जेएनयू के छात्र शरजील इमाम को हिंसा भड़काने का जिम्मेदार ठहराया गया है। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की भूमिका की जांच की जा रही है। शरजील को पिछले महीने राजद्रोह के आरोप में पकड़ा गया था। अदालत ने उसे 3 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पिछले साल 15 दिसंबर को प्रदर्शन के दौरान ये हिंसा हुई थी। इस दौरान 4 बसों और पलिस की 2 गाड़ियों में आग लगा दी गई थी। छात्रों, पुलिसकर्मियों और दमकल कर्मियों सहित करीब 60 लोग घायल हुए थे। चार्जशीट में फिलहाल जामिया मिल्लिया इस्लामिया के किसी स्टूडेंट का नाम नहीं है। हालांकि तोड़फोड़ और आगजनी करते सीसीटीवी में कैद 17 लोगों का जिक्र किया गया है। ये सभी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। इनमें से 9 न्यू फ्रेंड कॉलोनी केस में और 8 जामिया नगर मामले में पकड़े गए थे। पुलिस का दावा है कि प्रदर्शन के बीच उपद्रवियों की तरफ से फायरिंग भी की गई थी। क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया कि जांच अभी जारी है। अन्य लोगों के नाम सामने आने पर सप्लिमेंट्री चार्जशीट दाखिल की जाएगी। पुलिस ने बतौर सबूत सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकॉर्ड्स और 100 से ज्यादा गवाहों के बयान पेश किए हैं।